स्मार्टफोंस की लोकप्रियता काफी बढ़ गयी है, इसलिए इसके सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर सतर्क होना जरूरी है। हम अब स्मार्टफोंस पर केवल कॉल करने या रिसीव करने के अलावा अन्य कामों के लिए भी निर्भर हो गए हैं।
इतने सारे कामों में मदद करने की वजह से स्मार्टफोन काफी पर्सनल डिवाइस बन गया है, इसमें ढेर सारे पर्सनल डाटा भी मौजूद होंगे। इसका मतलब इसकी प्राइवेसी काफी जरूरी है। इंटरनेट के माध्यम से एप्स से डाटा लीक होने का खतरा बना रहेगा।
इस खतरे से बचाव का तरीका है आपके पास...
सच्चाई तो यही है कि कोई ऐसा तरीका नहीं है तो 100 प्रतिशत प्राइवेसी की गारंटी दे। लेकिन यदि आपको याद है तो कुछ महत्वपूर्ण टिप्स और ट्रिक्स हैं जिन्हें फॉलो करने से 75 प्रतिशत से अधिक सुरक्षा की गारंटी मिल सकती है।
साथ ही आप अपना स्क्रीन लॉक टाइम सेट कर लें- उपयोग न आने पर 1 से 5 मिनट में खुद ब खुद लॉक हो जाए।
पर इतना करने से आपका स्मार्टफोन पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाएगा। वैसे लोग जिन्हें तकनीकी जानकारी होगी वे कुछ ही स्टेप्स को अपना कर आपका फोन अनलॉक कर देंगे। लेकिन यह बेसिक स्टेप है जो आप अपना सकते हैं, और आपको यह करना भी चाहिए।
ये टूल्स/सर्विसेज तब काम आते हैं जब आपका फोन गुम या चोरी हो जाता है।
इन टूल्स का उपयोग कर आप रिमोट से लॉक, ट्रैक यहां तक कि अपने फोन डाटा को कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग से वाइप कर सकते हैं।
इसका ट्रिक यह है कि आपके स्मार्टफोंस पर ये टूल्स हमेशा चलते रहने चाहिए।
ऐसी परिस्थितियों में फाइल लॉक एप काफी उपयोगी होगा। एप स्टोर्स में काफी सारे अच्छे लॉक एप उपलब्ध हैं।
इन्हें डाउनलोड कर इंस्टॉल करें, तब जो भी डाटा आप सुरक्षित करना चाहते हैं उसमें पासवर्ड डाल दें इसके बाद केवल आप या जिसे भी ये पासवर्ड पता होगा, केवल वही एक्सेस कर सकेंगे।
गेस्ट मोड का उपयोग करते हुए, आप अपने स्मार्टफोन पर एक अलग यूजर प्रोफाइल बना सकते हैं और इसमें वैसे कंटेंट रख सकते हैं जो किसी और के एक्सेस कर देखने से कोई नुकसान नहीं।
अगली बार जब भी किसी के हाथ में अपना फोन दे रहे हों तो गेस्ट मोड एनेबल कर दें जिससे वे गेस्ट मोड वाले आपके प्रोफाइल को एक्सेस कर सकेंगे।
नॉर्मल प्रोफाइल तो पासवर्ड से सुरक्षित कर दिया गया है और इसे एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
इसलिए जब भी आपके स्मार्टफोन में अपडेट्स आए, सुनिश्चित करें कि आप इसे अपडेट कर रहे हैं और आपके पास लेटेस्ट वर्जन मौजूद है।
हमेशा विश्वस्त सूत्रों से ही एप्स इंस्टॉल करें जैसे गूगल प्ले स्टोर और आइट्यून स्टोर।
साथ ही ब्लूटूथ भी ऑन रखना ठीक नहीं। हैकर्स इस कनेक्शन का फायदा उठा आपकी फाइल्स को एक्सेस कर सकते हैं।
इतने सारे कामों में मदद करने की वजह से स्मार्टफोन काफी पर्सनल डिवाइस बन गया है, इसमें ढेर सारे पर्सनल डाटा भी मौजूद होंगे। इसका मतलब इसकी प्राइवेसी काफी जरूरी है। इंटरनेट के माध्यम से एप्स से डाटा लीक होने का खतरा बना रहेगा।
इस खतरे से बचाव का तरीका है आपके पास...
सच्चाई तो यही है कि कोई ऐसा तरीका नहीं है तो 100 प्रतिशत प्राइवेसी की गारंटी दे। लेकिन यदि आपको याद है तो कुछ महत्वपूर्ण टिप्स और ट्रिक्स हैं जिन्हें फॉलो करने से 75 प्रतिशत से अधिक सुरक्षा की गारंटी मिल सकती है।
महत्वपूर्ण है सिक्योरिटी पिन/पासवर्ड/पैटर्न
सबसे पहला और महत्वपूर्ण स्टेप है कि आप यह सुनिश्चित कर लें कि किसी के लिए भी आपका स्मार्टफोन लॉक हो। अधिकांश लोग इस मामले में आलसी होते हैं। स्क्रीन लॉक को सेट करना काफी जरूरी है। अपने पिन/ पासवर्ड को सेट करते वक्त यह भी ध्यान रखें कि यह काफी सरल न हो कि कोई भी इसे आसानी से खोल ले, और हां इतना भी मुश्किल न रखें कि अगली बार आपको ही याद न आए।
साथ ही आप अपना स्क्रीन लॉक टाइम सेट कर लें- उपयोग न आने पर 1 से 5 मिनट में खुद ब खुद लॉक हो जाए।
पर इतना करने से आपका स्मार्टफोन पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाएगा। वैसे लोग जिन्हें तकनीकी जानकारी होगी वे कुछ ही स्टेप्स को अपना कर आपका फोन अनलॉक कर देंगे। लेकिन यह बेसिक स्टेप है जो आप अपना सकते हैं, और आपको यह करना भी चाहिए।
फ्री ट्रैकिंग/वाइपिंग सर्विस
प्रत्येक स्मार्टफोन ओएस, चाहे वह एंड्रायड, आइओएस, ब्लैकबेरी या विंडोज फोन हो, के पास कुछ तरह के रिमोट ट्रैकिंग और वाइपिंग टूल होते हैं। एंड्रायड फोन के पास डिवाइस मैनेजर भी होता है जबकि आइफोंस फाइंड माइ फोन के साथ आता है।
ये टूल्स/सर्विसेज तब काम आते हैं जब आपका फोन गुम या चोरी हो जाता है।
इन टूल्स का उपयोग कर आप रिमोट से लॉक, ट्रैक यहां तक कि अपने फोन डाटा को कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग से वाइप कर सकते हैं।
इसका ट्रिक यह है कि आपके स्मार्टफोंस पर ये टूल्स हमेशा चलते रहने चाहिए।
कुछ तरह के फाइल लॉक एप डाउनलोड करें
आपके स्मार्टफोन पर कुछ होना चाहिए, चाहे वह चैट हो, तस्वीर या इस तरह का कुछ भी, जो आप सुरक्षित रखना चाहते हैं। कुछ एप्स हो सकते हैं जो कि आपके फोन को सुरक्षित रख सकता है ताकि कोई अन्य आपके फोन को एक्सेस न कर सके।
ऐसी परिस्थितियों में फाइल लॉक एप काफी उपयोगी होगा। एप स्टोर्स में काफी सारे अच्छे लॉक एप उपलब्ध हैं।
इन्हें डाउनलोड कर इंस्टॉल करें, तब जो भी डाटा आप सुरक्षित करना चाहते हैं उसमें पासवर्ड डाल दें इसके बाद केवल आप या जिसे भी ये पासवर्ड पता होगा, केवल वही एक्सेस कर सकेंगे।
फोन पर पैरेंटल लॉक/गेस्ट मोड सेट करें
गूगल और एपल के आधुनिक इटरेशन, एंड्रायड 5.0 लॉलीपॉप और आइओएस 8, गेस्ट मोड के साथ आया है। इस ट्रिक के पीछे यही उद्देश्य है कि जब भी आप किसी को अपना एंड्रायड/आइओएस स्मार्टफोन दे रहे हैं तो इसपर कंटेंट को कोई एक्सेस न कर सके।
गेस्ट मोड का उपयोग करते हुए, आप अपने स्मार्टफोन पर एक अलग यूजर प्रोफाइल बना सकते हैं और इसमें वैसे कंटेंट रख सकते हैं जो किसी और के एक्सेस कर देखने से कोई नुकसान नहीं।
अगली बार जब भी किसी के हाथ में अपना फोन दे रहे हों तो गेस्ट मोड एनेबल कर दें जिससे वे गेस्ट मोड वाले आपके प्रोफाइल को एक्सेस कर सकेंगे।
नॉर्मल प्रोफाइल तो पासवर्ड से सुरक्षित कर दिया गया है और इसे एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
अपने स्मार्टफोन पर नियमित रूप से सॉफ्टवेयर अपडेट करें
सॉफ्टवेयर डेवलपर्स नियमित रूप से अपने सॉफ्टवेयर के लिए अपडेट्स रिलीज करते हैं, जिससे मौजूदा वर्जन उन्नत होता जाता है।
इसलिए जब भी आपके स्मार्टफोन में अपडेट्स आए, सुनिश्चित करें कि आप इसे अपडेट कर रहे हैं और आपके पास लेटेस्ट वर्जन मौजूद है।
विश्वस्त सूत्रों से ही इंस्टॉल करें एप्स
एंड्रायड स्मार्टफोंस के सिक्योरिटी सेटिंग्स में अननोन सोर्सेज का ऑप्शन होता है। इसमें गूगल के आफिशियल प्ले स्टोर के अलावा अन्य सूत्र भी थर्ड पार्टी एप्स इंस्टॉल करने में मदद करता है। पर सुरक्षा कारणों से यह ठीक नहीं है।
हमेशा विश्वस्त सूत्रों से ही एप्स इंस्टॉल करें जैसे गूगल प्ले स्टोर और आइट्यून स्टोर।
पब्लिक वाइ-फाइ है खतरनाक
पब्लिक वाइ-फाइ या रेस्टोरेंट, कॉफी शॉप जैसे जगहों पर दिए गए मुफ्त वाइ-फाइ की सुविधा से परहेज करें। साइबर हमले जैसी घटनाएं ऐसे ही हालात में आसानी से की जाती है।
ब्लूटूथ/वाइ-फाइ का उपयोग न होने पर ऑफ रखें
अधिकांश लोग ज्यादातर वाइ-फाइ ऑन रखते हैं। अपने डाटा चार्ज को बचाने के लिए ऐसा करते हैं पर यह सुरक्षित नहीं है।
साथ ही ब्लूटूथ भी ऑन रखना ठीक नहीं। हैकर्स इस कनेक्शन का फायदा उठा आपकी फाइल्स को एक्सेस कर सकते हैं।
अपने डाटा का बैकअप रखें
यह सबसे बड़ा सावधानी वाला कदम है, ताकि फोन के गुम या चोरी हो जाने पर आपका डाटा सुरक्षित रहे।
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