नई दिल्ली। गूगल कॉरपोरेशन ने अमेरिका में एक वायरलेस सर्विस की शुरुआत की है। इससे यूजर्स को वाई-फाई और सेलुलर नेटवर्क के बीच स्विच करने तथा डेटा यूज नियंत्रित करने व फोन बिल्स को कम करने की सुविधा मिलेगी।
एफआई प्रोजेक्ट सर्विस का उपयोग करने के लिए आपके पास गूगल का फ्लैगशिप एंड्रॉयड फोन नेक्सस 6 होना जरूरी है। अगर नहीं है तो आप इसे गूगल स्टोर से भी खरीद सकते हैं। कीमत लगभग 649 डॉलर है।
एफआई के उपयोग के लिए कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं किया जाएगा। लेकिन मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ने वालों को गूगल भुगतान नहीं करेगा।
यह सर्विस अमेरिका में टी-मोबाइल का एलटीई नेटवर्क भी उपयोग करेगी।
इस सर्विस के तहत यूजर सेलुलर से वाई-फाई नेटवर्क के बीच कनेक्शन को स्विच भी कर सकता है। जैसे ही आप वाई-फाई नेटवर्क उपयोग करेंगे, सेलुलर का उपयोग बंद हो जाएगा। यदि आप बातचीत के दौरान ही वाईफाई क्षेत्र से बाहर हो गए तो कॉल बिना ड्रॉप हुए सेलुलर पर स्विच हो जाएगी।
कुछ समय बाद यह सर्विस कम्प्यूटर और टैबलेट पर भी काम करेगी। गूगल हैंगआउट के माध्यम से कॉल, टेक्स्ट और वॉयसमेल भी किया जा सकेगा। यूजर्स को कनेक्ट करने के लिए आपको इनवाइट रिक्वेस्ट भेजना होगा। फिलहाल यह सेवा अमेरिका में ही उपलब्ध है।
क्या है गूगल का यह नया प्रोजेक्टः
इस प्रोजेक्ट का नाम एफआई (Fi) है। -
इसकी फीस 20 डॉलर प्रति माह होगी। इस फीस के साथ आपको देश के अंदर अनलिमिटेड कॉल्स और टेक्स्ट मैसेज की सुविधा मिलेगी। इंटरनेशनल कॉल्स और मैसेज भी मिलेंगे, लेकिन इसके लिए आपको अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा।
डेटा उपयोग का शुल्क आपको अलग से चुकाना होगा। आप जितना इंटरनेट डेटा इस्तेमाल करेंगे, उतना ही भुगतान करना होगा। मसलन, 20 डॉलर में 2 जीबी, 30 डॉलर में 3 जीबी। यदि आप अपने कोटे का पूरा डेटा इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे तो अगले बिल में उतनी राशि कम कर दी जाएगी।
एफआई प्रोजेक्ट सर्विस का उपयोग करने के लिए आपके पास गूगल का फ्लैगशिप एंड्रॉयड फोन नेक्सस 6 होना जरूरी है। अगर नहीं है तो आप इसे गूगल स्टोर से भी खरीद सकते हैं। कीमत लगभग 649 डॉलर है।
एफआई के उपयोग के लिए कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं किया जाएगा। लेकिन मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ने वालों को गूगल भुगतान नहीं करेगा।
यह सर्विस अमेरिका में टी-मोबाइल का एलटीई नेटवर्क भी उपयोग करेगी।
इस सर्विस के तहत यूजर सेलुलर से वाई-फाई नेटवर्क के बीच कनेक्शन को स्विच भी कर सकता है। जैसे ही आप वाई-फाई नेटवर्क उपयोग करेंगे, सेलुलर का उपयोग बंद हो जाएगा। यदि आप बातचीत के दौरान ही वाईफाई क्षेत्र से बाहर हो गए तो कॉल बिना ड्रॉप हुए सेलुलर पर स्विच हो जाएगी।
कुछ समय बाद यह सर्विस कम्प्यूटर और टैबलेट पर भी काम करेगी। गूगल हैंगआउट के माध्यम से कॉल, टेक्स्ट और वॉयसमेल भी किया जा सकेगा। यूजर्स को कनेक्ट करने के लिए आपको इनवाइट रिक्वेस्ट भेजना होगा। फिलहाल यह सेवा अमेरिका में ही उपलब्ध है।
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